यात्रा वृतान्त 'नर्मदे हर' -डा. कमल किशोर गोयनका
केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के पूर्व उपाध्यक्ष, उपन्यास सम्राट प्रेमचन्द साहित्य के मर्मज्ञ, विद्वान डा. कमल किशोर गोयनका ने यात्रा वृतान्त 'नर्मदे हर' के प्रकाशन के त्वरित बाद पढ़कर अपनी प्रतिक्रिया मेल से भिजवाई थी। उनकी यह दीठ ..
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