प्रकाशक : वाग्देवी प्रकाशन, शिवबाड़ी रोड, बीकानेर, दूरभाष 9414136999, मूल्य :270 |
ऐतरेय ब्राह्मण का बहुश्रुत मन्त्र है चरैवेति...चरैवेति. जो सभ्यताएं चलती रही उन्होंने विकास किया, जो बैठी रहीं वे वहीँ रुक गयी. जल यदि बहता नहीं है, एक ही स्थान पर ठहर जाता है तो सड़ांध मारने लगता है. इसीलिये भगवान बुद्ध ने भी अपने शिष्यों से कहा चरत भिख्वे चरत...सूरज रोज़ उगता है, अस्त होता है फिर से उदय होने के लिए. हर नयी भोर जीवन के उजास का सन्देश है.
...तो आइये, हम भी चलें...
Friday, December 6, 2013
"रंग नाद" का लोकार्पण
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ये बुक कोरियर द्वारा मांगवानी हो तो क्या प्रोसेस है।
ReplyDeleteआप यहां आए, आभार!
ReplyDeleteहां, आप इसे प्रकाशक से सीधे सम्पर्क कर मंगवा सकते हैं, उनका पता और मोबाईल यह है -वाग्देवी प्रकाशन, शिवबाड़ी रोड, बीकानेर-334003, Mobile : 0 9414136999, मूल्य :270