ऐतरेय ब्राह्मण का बहुश्रुत मन्त्र है चरैवेति...चरैवेति. जो सभ्यताएं चलती रही उन्होंने विकास किया, जो बैठी रहीं वे वहीँ रुक गयी. जल यदि बहता नहीं है, एक ही स्थान पर ठहर जाता है तो सड़ांध मारने लगता है. इसीलिये भगवान बुद्ध ने भी अपने शिष्यों से कहा चरत भिख्वे चरत...सूरज रोज़ उगता है, अस्त होता है फिर से उदय होने के लिए. हर नयी भोर जीवन के उजास का सन्देश है.

...तो आइये, हम भी चलें...

Wednesday, March 13, 2024

दूरदर्शन के लोकप्रिय कार्यक्रम 'संवाद' में

 दूरदर्शन के लोकप्रिय कार्यक्रम 'संवाद' में इस बार

प्रख्यात ध्रुवपद गायिका डॉ. मधु भट्ट तैलंग से 

यह साक्षात्कार प्रसारित होगा 15 मार्च 2024 को



No comments:

Post a Comment