कला—मन
- डॉ. राजेश कुमार व्यास
Thursday, November 29, 2018
दिनेश ठाकुर- आजकल, सितंबर 2009
दिनेश ठाकुर ने रंगकर्म को सदा ही गहरे से जिया। उनसे कभी लंबा संवाद हुआ था. यह प्रकाशन विभाग की पत्रिका आजकल के सितंबर 2009 अंक में छपा-
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