Thursday, November 29, 2018

दिनेश ठाकुर- आजकल, सितंबर 2009

दिनेश ठाकुर ने रंगकर्म को सदा ही गहरे से जिया। उनसे कभी लंबा संवाद हुआ था. यह प्रकाशन विभाग की पत्रिका आजकल के सितंबर 2009 अंक में छपा-




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