ऐतरेय ब्राह्मण का बहुश्रुत मन्त्र है चरैवेति...चरैवेति. जो सभ्यताएं चलती रही उन्होंने विकास किया, जो बैठी रहीं वे वहीँ रुक गयी. जल यदि बहता नहीं है, एक ही स्थान पर ठहर जाता है तो सड़ांध मारने लगता है. इसीलिये भगवान बुद्ध ने भी अपने शिष्यों से कहा चरत भिख्वे चरत...सूरज रोज़ उगता है, अस्त होता है फिर से उदय होने के लिए. हर नयी भोर जीवन के उजास का सन्देश है.

...तो आइये, हम भी चलें...

Friday, October 7, 2022

दूरदर्शन, राजस्थान का विशेष कार्यक्रम 'संवाद'

दूरदर्शन, राजस्थान ने कला—संस्कृति पर केन्द्रित एक खास कार्यक्रम की शुरूआत की है। इस विशेष कार्यक्रम 'संवाद' की प्रस्तुति—संयोजन करते लगा, लोक में आलोक की छटाएं यत्र—तत्र—सर्वत्र बिखरी हुई है। 


इस कार्यक्रम की पहली कड़ी 23 सितम्बर 2022 को प्रसारित हुई। डीडी राजस्थान स्टूडियो में दर्शकों—श्रोताओं के साथ इस कार्यक्रम में लब्धप्रतिष्ठि लोक कलाकार पद्मश्री अनवर खान से मुलाकात का सुयोग हुआ। 23 सितम्बर 2022 की रात्रि 9 बजे कार्यक्रम जब प्रसारित हुआ तो इसे बहुत सराहना मिली।

डीडी राजस्थान के इस विशिष्ट कार्यक्र्म को आप यहां यू—ट्यूब पर भी देख सकते हैं—

https://youtu.be/yVFb2GidMLg


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